भगवान शिव अर्थात माता पार्वती के स्वामी जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि भी कहा जाता है। भगवान शिव जी को आदिनाथ शिव क्यों कहा जाता है? सर्वप्रथम भगवान शिव ने
भगवान शिव अर्थात माता पार्वती के स्वामी जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि भी कहा जाता है। भगवान शिव जी को आदिनाथ शिव क्यों कहा जाता है? सर्वप्रथम भगवान शिव ने
कौन है मां ब्रह्मचारिणी? माँ दुर्गा की नवशक्तियों का दूसरा स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी का है। नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। ब्रह्मचारिणी अर्थात ब्रह्म + चारिणी,
नवरात्रि पर्व पर माता की आराधना के साथ ही व्रत-उपवास और पूजन का विशेष महत्व है। जिस प्रकार नवरात्रि के नौ दिन, मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की
आपने देखा होगा की जब भी किसी मंदिर में या फिर घर पर अगर किसी प्रकार की पूजा होती है,तो प्रसाद के रूप में पंचामृत दिया जाता है। हममें से
श्रीगणेश जी की पूजा का हिन्दू धर्म का में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, और यह बहुत ही कल्याणकारी भी है। श्री गणेश जी के पूजन से संकट सभी दुखो
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) क्या है? भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग एक साथ रहते हैं। भारत में अधिकतर सनातन धर्म के अनुयाई रहते