लक्ष्मी जी की आरती ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निशदिन सेवत मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। उमा रमा ब्रह्माणी

लक्ष्मी जी की आरती ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निशदिन सेवत मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। उमा रमा ब्रह्माणी
श्री राम स्तुती दोस्तों श्री राम जी की स्तुती मन को शांती प्रदान करना वाला है | इसके स्मरण से मानसिक व्यथा से मुक्ती मिलती है | यह मन मे
शिव तांडव के माध्यम से महान भक्त रावण बताना चाहते हैं आखिर क्यों शिव ने उन्हें कैलाश पर्वत के शिखर से नीचे गिरा दिया । शिव तांडव स्तोत्र
क्या आपने कभी ये सोचा कि जिस शिवलिंग की आप पूजा करते हैं, दरअसल उसका भी अपना एक विज्ञान है. शिवलिंग के तीन हिस्से होते हैं. पहला हिस्सा जो नीचे
कलश स्थापना या घटस्थापना नवरात्रि के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। प्राचीन हिन्दू धर्म ग्रंथो में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। किसी भी कार्य का शुभारंभ कलश
पूर्व काल से नवरात्र के छठवें दिन कष्ट निवारिणी माता कात्यायनी की पूजा का विधान है। स्वर्ण समान चमकीला माँ के इस स्वरूप को देखने मात्र से मनुष्यों के सभी
नवरात्र के पांचवें दिन देवी दुर्गा के अवतार, ममता की प्रतीक माता स्कंदमाता की पूजा-आराधना की जाती है। माता के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन से ही भक्तों की समस्त
हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार,नवरात्रि की शुरुआत देवी शैलपुत्री की पूजा आराधना से होती है। माता शैलपुत्री को हेमवती के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि माता शैलपुत्री के भव्य
नवरात्र के चौथे दिन अष्टभुजा देवी माता कूष्माण्डा की पूजा का विधान है। देवी दुर्गा के इस दिव्य स्वरूप की पूजा-आराधना करने से भक्तजनों के रोग-शोक मिट जाते हैं, तथा
भक्तों की दुख दूर करने वाली शक्ति स्वरूपनी माँ चंद्रघंटा है। हिन्दू परम्परा अनुसार नवरात्रि के तीसरे दिन देवी पार्वती के रूप माता चंद्रघंटा की पूजा का विधान है। माना