|| अयि गिरिनन्दिनि || अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते जय...
Durga Puja
माँ भैरवि 'भैरवी' का अर्थ है जो आतंक का अवतार है या जो अपने दुश्मनों में आतंक पैदा करती है।...
श्री राम स्तुती दोस्तों श्री राम जी की स्तुती मन को शांती प्रदान करना वाला है | इसके स्मरण से...
कलश स्थापना या घटस्थापना नवरात्रि के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। प्राचीन हिन्दू धर्म ग्रंथो में कलश स्थापना...
पूर्व काल से नवरात्र के छठवें दिन कष्ट निवारिणी माता कात्यायनी की पूजा का विधान है। स्वर्ण समान चमकीला माँ...
नवरात्र के पांचवें दिन देवी दुर्गा के अवतार, ममता की प्रतीक माता स्कंदमाता की पूजा-आराधना की जाती है। माता के...
हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार,नवरात्रि की शुरुआत देवी शैलपुत्री की पूजा आराधना से होती है। माता शैलपुत्री को हेमवती के...
नवरात्र के चौथे दिन अष्टभुजा देवी माता कूष्माण्डा की पूजा का विधान है। देवी दुर्गा के इस दिव्य स्वरूप की...
भक्तों की दुख दूर करने वाली शक्ति स्वरूपनी माँ चंद्रघंटा है। हिन्दू परम्परा अनुसार नवरात्रि के तीसरे दिन देवी पार्वती...
कौन है मां ब्रह्मचारिणी? माँ दुर्गा की नवशक्तियों का दूसरा स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी का है। नवरात्रि के दूसरे दिन माता...